
बिहार की राजनीति होती है ‘फुल ड्रामा’ और गठबंधन होते हैं ‘सीरीज का सीजन-2’! तेज प्रताप का रंगबिरंगा गठबंधन – कोई पूछे तो बोले “सबको जोड़ना है”!
बिहार चुनाव की गर्मी में पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने 1 अगस्त को ऐसा राजनीतिक गुलदस्ता पेश किया जिसमें 5 दल शामिल हैं:
-
विकासशील वंचित इंसान पार्टी (VVIP)
-
भोजपुरिया जन मोर्चा (BJM)
-
प्रगतिशील जनता पार्टी (PJP)
-
वाजिब अधिकार पार्टी (WAP)
-
संयुक्त किसान विकास पार्टी (SKVP)
गठबंधन है या पॉलिटिकल मॉकटेल?
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि तेज प्रताप का ये गठबंधन किसी “मिश्रित सब्जी” की तरह है — हर स्वाद के वोटर के लिए कुछ न कुछ है। “VVIP सुनते ही लोग सोचने लगे हेलिकॉप्टर से वोट मांगेंगे क्या?”
वोटर लिस्ट SIR-सिरदर्द: विपक्ष का विरोध लेकिन सबूत 0
चुनाव आयोग ने 1 अगस्त को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी कर दी है। इसमें 1 सितंबर तक सुधार का मौका मिलेगा। लेकिन विपक्षी पार्टियां इस SIR (Special Intensive Revision) को ‘संभावित छेड़छाड़’ बता रही हैं।
राज्यसभा में SIR पर चर्चा खारिज – “ये सदन है, डिबेट शो नहीं!”
राज्यसभा में SIR पर चर्चा की मांग की गई, लेकिन उपसभापति हरिवंश ने “विचाराधीन मामला” कहकर इसे सीधे रिजेक्ट कर दिया।
प्रशांत किशोर का निशाना – डोमिसाइल नीति बदलकर नौकरी भेजी बाहर
जन सुराज के प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया —
“2023 में डोमिसाइल नीति बदली गई ताकि बाहर के लोगों को शिक्षक भर्ती में शामिल किया जा सके। यह सब ‘PM बनने के मोह’ में हुआ!”
चुनावी तमाशा जारी:
तेज प्रताप का गठबंधन vs नीतीश का अनुभव vs PK की योजना!
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 धीरे-धीरे राजनीति के Netflix शो जैसा बनता जा रहा है — नए किरदार, नए ट्विस्ट और वही पुरानी सीटें।
सत्ताधारी NDA को टक्कर देने के लिए तेज प्रताप ने मोर्चा खोला है, लेकिन देखना ये है कि महुआ में फिर से ‘लालू-फ्लेवर’ चलेगा या नहीं।
PDA का असली मालिक कौन? रुचि वीरा बोलीं- BJP का PDA है पैकेजिंग